बालाघाट जिले के तिरोड़ी तहसील से एक अजीब सा मामला सामने आया है जहा, तहसील में स्तिथ 2 सोलर प्लांट में कार्यरत सुरक्षा गार्डो ने एक गंभीर मामला उजागर किया है। इन सुरक्षाकर्मियों का आरोप है की उनको 2 से 4 महीनो का वेतन नहीं दिया गया है। इनका कहना है की इंदौर की एक निजी कंपनी कविषा सिक्योरिटी गार्ड प्राइवेट लिमिटेड, ने न उन्हें कही महीनो का वेतन दिया है बल्कि उन्हें भूखे पेट काम करने पर भी मजबूर कर दिया है। साथ ही उनके ये आरोप भी है की जब उन्होंने वेतन की मांग की तो उन्हें नौकरी से निकालने की धमकी भी दी गयी।
पांच साल पुराना भरोसा अब बना बोझ
शिकायतकर्ताओं में शामिल चंद्रशेखर शिव, अब्दुल रहमान, संतोष यादव, दीपक गाथे, दिनेश सेंडे, गोकुल गाथे और सतीश सहारे ने बताया कि करीब पांच साल पहले हरिशंकर मिश्रा नामक व्यक्ति ने तिरोड़ी आकर इन सभी को सुरक्षा गार्ड की नौकरी पर रखा था। शुरुआत में कंपनी समय पर वेतन देती थी, लेकिन जैसे-जैसे समय बीतता गया, वेतन मिलने में कंपनी आनाकानी करने लगी।
अब हालत यह है की किसी भी सुरक्षाकर्मी को पिछले 2 से 4 महीने से वेतन नहीं मिला है। सुरक्षाकर्मी हर महीने अपने वेतन के लिए मालिक को कॉल करते है लेकिन उनकी किसी भी तरह की सुनवाई नहीं होती है। इतना ही नहीं, शिकायतकर्ताओं ने ये भी बताया है कीपिछले दो वर्षों से कंपनी द्वारा भविष्य निधि (EPF) की राशि भी जमा नहीं की गई है, जिससे उनकी भविष्य की आर्थिक सुरक्षा भी खतरे में पड़ गई है।
कर्मचारियों की गुहार: मिले मेहनत की कमाई, फिर चाहे नौकरी रहे या ना रहे
कंपनी से कही महीने का वेतन न मिलने पर अब सुरक्षाकर्मियों की एक ही मांग है – जो वेतन और EPF का बकाया है, वह क्लियर किया जाए। अब वे चाहते है की कंपनी उन्हें काम पर रखे या न रखे लेकिन उनकी मेहनत की कमाई उन्हें सौप दी जाए। मंगलवार दोपहर को उन्होंने तिरोड़ी थाने पहुंचकर कंपनी मालिक हरिशंकर मिश्रा के खिलाफ लिखित शिकायत दर्ज कराई है।
कंपनी मालिक से संपर्क की कोशिश नाकाम
जब इस मामले में कंपनी का पक्ष जानने की कोशिश की गई और हरिशंकर मिश्रा से संपर्क साधा गया, तो उन्होंने फोन कॉल काट दिया। इससे यह स्पष्ट होता है कि या तो कंपनी अपनी गलती छिपाना चाह रही है, या फिर कर्मचारियों की समस्याओं को गंभीरता से नहीं ले रही।
तिरोड़ी के दो सोलर प्लांट में काम कर रहे सुरक्षाकर्मियों ने वेतन न मिलने और नौकरी से निकालने की धमकी की शिकायत थाने में दर्ज कराई।